मानसिक समस्याओ से बचने के लिए इन 5 चीजों पर जरूर ध्यान दे | Tips from Psychologist

यह लेख कई लोगों के जीवन की वर्तमान और भविष्य की मानसिक समस्याओं को कम कर सकता है।

हम लोग “World Happiness Day” ​​मनाते तो है, लेकिन ये Happiness कहां खो गई है ये समझना बहुत जरूरी है. “मानसिक स्वास्थ्य” वर्तमान ओर भविष्य की मानव जाति के सामने सबसे बड़ा खतरा है। विश्व के अधिकांश विकसित देशों ने इस संकट से निपटने के प्रयास शुरू कर दिये हैं। जी हां, कई देशों ने मानसिक स्वास्थ्य के लिए अलग से मंत्रालय भी बनाया है, फिर भी कई लोग इस मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हैं।

शायद कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं होगा जिसका मानसिक स्वास्थ्य कभी ना कभी खराब न हुआ हो, क्योंकि इंसान एक संवेदनशील प्राणी है।

एक आम व्यक्ति यह सवाल कर सकता है कि आख़िरकार यह  मानसिक स्वास्थ्य है क्या ? सरल भाषा में कहें तो हमारे जीवन की अलग-अलग परिस्थितिया हमें  मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित करती है, जिससे हमारे मानसिक स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।

आपने कई लोगों को बेवजह उदास, चिंता करते, बहुत क्रोधित, बहुत नकारात्मक, ईर्ष्यालु, लालची बनते देखा  होगा।

अब हमें लगेगा कि ये उसकी समस्या है.’ नहीं, ये केवल लक्षण हैं, जैसे मलेरिया में ठंड के साथ बुखार आता है, वो मलेरिया का एक लक्षण है, कारण नही। ऐसे ही यह लक्षण सतह पर दिखाई देते हैं, लेकिन इसके भीतर वास्तव में डर ओर असुरक्षा की भावना है, इसलिए मूल मुद्दा है “डर” (Fear) और “असुरक्षा” (Insecurity)

तो इस डर और असुरक्षा का समाधान क्या है? एक आम व्यक्ति भयमुक्त जीवन कैसे जी सकता है और मानसिक रूप से स्वस्थ कैसे रह सकता है?

तो उसके लिए हमें अपने जीवन में कुछ बड़े बदलाव करने होंगे जैसे..

1)नकारात्मक वातावरण से दूर (Stay away from Negative People & Surroundings)

Positive बनने की शुरुआत Negativity को दूर करने से होती है। आपके जीवन में ऐसे लोगों की संख्या, जो हमेशा आपसे नकारात्मक और कमजोर बातें करते रहते हैं। चाहे बात समाज की हो, राजनीति की हो, काम की हो, या किसी और चीज़ की हो। ऐसे लोगों से संपर्क कम से कम रखे या हो सके तो काट दें।

जो हर चीज़ में समस्याएँ देखते है, विशेषकर ऐसे लोग आपके मित्र वर्तुल में या आपके साथ काम करने वाले लोगों में से जरूर होंगे!

उनकी जगह उन लोगों को प्राथमिकता दें जो आपको प्रोत्साहित करते हैं और आपकी समस्याओ को कम करने में आपकी सहायता करते हैं। और हां, अगर आप अनावश्यक News देखना बंद कर देंगे तो ज्यादा पॉजिटिव महसूस करेंगे।

2) रिश्तों का संतुलन (Relationships Management)

 

आज के समय में सबसे आम अगर कोई समस्या है तो वह है रिश्तों की समस्या। रिश्तों को बचाने की चाहत में इंसान लगातार असुरक्षा की स्थिति में रहता है।

किसी को बुरा न लगे, कोई मेरे बारे में बुरा न सोचे, मैं सबके लिए अच्छा या भला बनूंगा, हर छोटे-बड़े अच्छे बुरे प्रसंगो पर हमेशा शामिल होऊंगा, मेरे बारे में कुछ गलत बातें किसी को पता नहीं चलनी चाइये। इसे विचार हमेशा दिमाग पर हावी रहते हैं।

कभी कभी हम अपने काम और अपनी इच्छाओं को किनारे रखकर रिश्तों को बचाने को कोषिश करते है। इसके पीछे एक डर भी छिपा होता है, जिसके लिए रिश्ते में संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है।

यदि हम अपनी सुविधा और सामने वाले की योग्यता के अनुसार प्राथमिकता दें, तो हम अधिक खुश रह सकते हैं। लेकिन हां, अपने माता-पिता, भाई-बहन, जीवनसाथी, बच्चों, दोस्तों और यहां तक ​​कि अपने बॉस (या बिज़नेस पार्टनर) के साथ भी सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने का प्रयास हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

3) अपेक्षाओं पर नियंत्रण ( Control over Expectations)

आज के मनुष्य को जीवन से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं, वह उन्हें पूरा करने के लिए कई उपाय करता है, कई बार हम अपनी अपेक्षाओं को पूरा करने की कोषिस में मानसिक तनाव से घिर जाते है।

इसके अलावा हम सामने वाले से एक निश्चित प्रकार के व्यवहार की भी अपेक्षा करते है। लेकिन ज्यादातर समय जब ऐसी उम्मीदें पूरी नहीं होती तो व्यक्ति दुखी होकर टूट जाता है। इसका कारण यह है कि व्यक्ति अपने व्यक्तित्व के अनुरूप अपेक्षाएं रखता है और  सामने वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व बिल्कुल अलग होता है, जो कभी मेल नहीं खाता। जिसका अंतिम परिणाम दुःख और अशांति है।

4) सही जीवनशैली (Healthy Lifestyle)

सेहत को लेकर चिंता या भविष्य में कोई गंभीर बीमारी होने का डर के पीछे हमारी व्यस्त जीवनशैली जिम्मेदार है। यदि हम उचित सात्विक और पोषणयुक्त आहार, हल्का व्यायाम-योग और नियमित दिनचर्या का पालन करें तो हमारे कई मानसिक और शारीरिक स्वस्थ्य सम्बन्धी  डर दूर हो जाएंगे और हम ऊर्जा से भरपूर जीवन का आनंद ले पाएंगे।

एक स्वस्थ जीवनशैली का हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

5) वित्त प्रबंधन (Finance Management)

आखिरी और बहुत महत्वपूर्ण बात है फाइनेंस मैनेजमेंट. वर्तमान समय की एक बड़ी अनिश्चितता है रेगुलर इनकम सोर्स। नौकरी छूट जाना, टारगेट के अनुरूप काम न कर पाना, व्यापार में आर्थिक नुकसान या व्यापार बंद हो जाना, शारीरिक विकलांगता आदि।

ऐसी अनिश्चितताओं से डरने से कुछ नहीं होगा। एक Term Insurance Plan, आवश्यक Savings, एक निश्चित राशि का रेगुलर investment और आवश्यकता के अनुसार Health Insurance लिया जाना चाहिए साथ ही फालतू और बेवजह खर्च पर कंट्रोल रखना चाहिए, चाहे आय कितनी भी कम या ज्यादा हो।

इसके अलावा यदि संभव हो तो आय का कोई अन्य वैकल्पिक स्रोत (Secondary Income Source) भी तैयार करना चाहिए। इन चीजों का कोई विकल्प नहीं है।

इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखें क्योंकि जरूरतें और इच्छाएं दोनों बिल्कुल अलग चीजें हैं। जैसे स्मार्टफोन हमारी जरूरत है लेकिन iPHONE हमारी चाहत है, और चाहतों का कोई अंत नहीं है।

जो व्यक्ति वास्तव में जीवन के प्रति गंभीर है, जो खुद से और अपने परिवार से प्यार करता है, उसके लिए इन पांच चीजों को जीवन में अपनाना मुश्किल नहीं है।

अंत में मैं इतना जरूर कहूंगा कि उपरोक्त बातों पर अमल करने से भय, चिंता और असुरक्षा कम जरूर होंगे और खुशी और आत्मविश्वास बढ़ोतरी होती हैं।

 

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Arvindsinh Rana

Counselling Psychologist

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